> The prices of gram have increased by more than one thousand quintals in a month. After many years, gram is being sold at a higher price than the minimum support price.
> For the last few years, traders were not getting much profit in gram business. That's why instead of keeping it, the traders insisted on selling it. The stock of old gram is over now.
> The festival demand of gram is also emerging. That's why the prices are increasing rapidly.
> The new crop will start arriving in January-February next year, while the festive demand is about to get stronger. India Nafed is also selling chickpeas from its own stock at a higher price. Therefore, the prices is likely to increase further.
> According to trader estimates, chickpeas prices may go above Rs. 120/kg. If the India government imposes stock limits to control prices, the boom may stop for some time.
> Source: Business Standard (September 08, 2023)
> महीने भर में चना के भाव एक हजार क्विंटल से ज्यादा बढ़ चुके हैं। कई सालों बाद चना न्यूनतम समर्थन मूल्य से इतना महंगा बिक रहा है।
> बीते कुछ सालों से व्यापारियों को चना के कारोबार में खास लाभ नहीं हो रहा था। इसलिए व्यापारीयो ने इसे रोककर रखने की बजाय बेचने पर जोर दिया। पुराना चना का स्टॉक अब खत्म हो गया है।
> चना की त्योहारी मांग भी निकल रही है। लिहाजा दाम तेजी से बढ़ रहे हैं।
> नई फसल अगले साल जनवरी-फरवरी में आना शुरू होगी, जबकि अभी त्योहारी मांग और मजबूत होने वाली है। नेफेड भी अपने स्टॉक से चना ऊंचे भाव पर ही बेच रहा है। लिहाजा आगे चना के भाव और बढ़ने की संभावना है।
> कारोबारी अनुमान के मुताबिक चना के भाव के 120 रुपये kg से ऊपर जा सकते हैं। अगर India सरकार कीमतों को नियंत्रित करने के लिए स्टॉक लिमिट लगाती है, तो तेजी कुछ समय के लिए थम सकती है।
> स्रोत: बिजनेस स्टैंडर्ड (08 सितंबर, 2023)